सांस्कृतिक पहचान और भूपुत्रो के अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं — साहनी
जम्मू। शिवसेना जम्मू कश्मीर ईकाई के नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर आगमन पर धारा 371 के तहत जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार देने तथा राज्य दर्जा बहाली समेत अपनी अन्य मांगों के प्रति ध्यान आकर्षित करने के लिए आज जोरदार प्रदर्शन किया।
पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी के नेतृत्व में जम्मू प्रेस क्लब परिसर में एकत्रित शिव सैनिकों ने “जम्मू कश्मीर को 371 के तहत विशेषाधिकार”, “राज्य दर्जा बहाल हो”, “हिन्दुओं को सुरक्षित माहौल दो”,”युवाओं को रोजगार दो”, “स्थानीय लोगों के अधिकार सुरक्षित करो “, “पीओजेके वापिस लो और पाकिस्तान को सबक सिखाओ ” लिखे प्लेकार्ड थाम जोरदार प्रदर्शन एवं नारेबाजी की ।
प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर जोकि सीधे उनके अधीन केंद्र शासित प्रदेश हैं के दौरे पर हैं और वह गृहमंत्री से प्रदेश के स्थानीय एवं भूपुत्रो के अधिकारों की सुरक्षा समेत सांस्कृतिक पहचान की सुरक्षा के लिए पूर्वोत्तर एवं सीमावर्ती राज्यों की तर्ज पर जम्मू कश्मीर के लिए धारा 371 के तहत विशेषाधिकार की मांग करते हैं। साहनी ने कहा कि पिछले तीन सालों से जम्मू कश्मीर की आवाम को न तो केन्द्र शासित प्रदेश होने का फायदा मिला है और न ही राज्य का दर्जा बहाली। इसके साथ ही वह गृहमंत्री को उन वादों की याद दिलाना चाहते हैं जो उन्होंने तीन साल पूर्व सदन के पटल से जम्मू कश्मीर की आवाम के साथ किए थे।
साहनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा लौटाने के साथ प्रदेश के विकास, अमन बहाली और युवाओं के लिए रोजगार का वादा किया गया था। मगर जमीनी तौर पर किसी भी वादे को पूरा नहीं किया गया।
कश्मीर के साथ जम्मू संभाग में भी आंतकवादी गतिविधियां बढ़ती जा रही है। जो विकास और रोजगार में सबसे बड़ी बाधा साबित हो रही है। असुरक्षित महौल के कारण बढ़ी कंपनियां निवेश करने से कतरा रही है।